ग्राम पंचायत रजौली में कन्हैया की "ता ता थैया" देखिए वीडियो

देश मे अक्सर; महिलाओं को लेकर अशोभनीय बातें, छेड़छाड़ और बलात्कार जैसी कुत्सित घटनाएं होना आम बात हो गई है। संसद से लेकर जनपद और पंचायत भी इस घृणित कृत्य से अछूता नहीं रहा है। देश में लगभग 250000 ग्राम पंचायतें हैं, जिसे हम लोकतंत्र की छोटी सदन भी कह सकते हैं की मर्यादा खंडित हो रही है। भ्रष्टाचार की पहली सीढ़ी तो यहीं से होकर गुजरती है, लेकिन अब अश्लीलता भी धीरे-धीरे पैर पसारने लगा है। हम आप सभी को अवगत कराने जा रहे हैं; छत्तीसगढ़ प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री, अनिला भेड़िया के गृह जिला बालोद एवं विधायक व संसदीय सचिव; कुंवरसिह निषाद के विधानसभा क्षेत्र गुण्डरदेही विकासखंड के ग्राम पंचायत रजौली में बीते दिनों एक शर्मिंदा कर देने वाले वाकया से।
बालोद । जिला के गुण्डरदेही विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत रजौली में इन दिनों मुरूम उत्खनन किया जा रहा है। ग्राम पंचायत रजौली के सम्माननीय पंचायत सदस्यों ने ग्राम के नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए, जिला कलेक्टर एवं खनिज अधिकारी से शासन के नियमों के अनुरूप उत्खनन की अनुमति मांगी थी; जिसे जिला प्रशासन ने स्वीकार करते हुए अनुमति प्रदान किया। रजौली के तालाब से निकाली जा रही मुरूम को मोखा से करहीभदर धमतरी-राजनांदगांव व दुर्ग-धमतरी के मुख्य मार्गों को जोड़ने के लिए बनाई जा रही सड़क में उपयोग किया जा रहा है। बीते दिनो रजौली के पंचायत सदस्यों ने सुबह की एक ही राल्टी से दिन भर मुरूम ले जाने की शिकायत पर मुरूम खनन रोक, खनिज अधिकारी प्रवीण चंन्द्रकार को सूचना दिया। लेकिन अचानक रोकी गई उत्खनन को एक पंच के द्वारा पुनः प्रारंभ करवाए जाने के बाद तमाम मुद्दों की चर्चा हेतु सरपंच के द्वारा बैठक आयोजित कर विस्तार से चर्चा किया जा रहा था; उसी दौरान एक पंच ने अपनी मर्दानगी का कारनामा कर दिखाया। 


महिला व पुरुष समाज का अभिन्न अंग हैं। ये दोनों समाज के लिए एक धूरी की तरह कार्य करते हैं। यदि समाज को पूर्ण रूप से सुदृढ बनाना है तो महिलाओं का बराबरी का अधिकार देने की बात तो जरूर होती हैं मगर भारत जैसे पितृसत्तात्मक देश में इसकी अनदेखी आम बात है। फिर भी रजौली जैसे गांव के ग्रामीणों ने इसकी एक मिशाल कायम करते हुए पंचायत चुनाव में 11 महिलाओं को अपना प्रतिनिधी चुनकर पंच पद पर सुशोभित किया, उसी पंचायत में एक उम्रदराज व्यक्ति कन्हैया लाल मधुकर (पंच) ने रजौली के सरपंच द्वारा बुलाई गई बैठक में जहाँ महिला पंच भी उपस्थित रहीं के बीच किसी बात से असहमत होकर भरी सभा में अश्लील गालियों की बौछार कर दी।


ग्राम रजौली के ग्रामीणों के अनुसार पंच कन्हैया लाल मधुकर जो आए दिन ग्राम पंचायत एवं ग्रामीण बैठक में खुलेआम गाली-गलौच करता है, के व्यव्हार से पूरा गांव हलाकान है। सवालो की शालीनता से जवाब देना लोकतंत्र की खुबसूरती है, लेकिन कन्हैया लाल मधुकर एक पंचायत सदस्य होने के साथ-साथ ग्राम के सबसे ज्यादा उम्र के व्यक्ति को इस तरह अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करने से पहले सोंचना चाहिए कि समाज में किसी भी बहन बेटी के साथ किसी भी स्थिति में दुर्व्यवहार ना हो जिससे किसी की भावना या मर्यादा का मर्दन हो। 
 विनोद नेताम
संवाददाता 


लेकिन कन्हैया लाल मधुकर उम्र के इस पड़ाव में इस तरह की व्यवहार से आखिर क्या दर्शाना चाहते है। बहरहाल ग्राम पंचायत रजौली के अन्य पंचायत सदस्यों ने मामले की शिकायत जिला प्रशासन बालोद एवं प्रदेश की सरकार से करने की मंशा जाहिर की है अब शिकायत के बाद शासन और प्रशासन क्या कार्यवाही करेगी इसका इंतजार सभी को है।