एन.एच.एम. कर्मियों का आंदोलन उजागर करता है शासन की बेरुखी !
रायगढ़ दिनांकः 12 जुलाई 2025 : छत्तीसगढ़ प्रदेश एन.एच.एम. कर्मचारी संघ के बैनर तले 16,000 से अधिक संविदा कर्मियों का प्रदेशव्यापी चरणबद्ध आंदोलन 10 जुलाई से शुरू हो चुका है। 20 वर्षों से लंबित 10 सूत्रीय माँगों के निराकरण में शासन की विफलता ने कर्मचारियों को सड़कों पर उतरने को विवश कर दिया है।
रायगढ़ में सांसद राधेश्याम राठिया, वित्त मंत्री सह विधायक, भाजपा जिलाध्यक्ष अरुण धर दिवान और प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष रवि भगत को ज्ञापन सौंपकर कर्मचारियों ने ‘‘मोदी की गारंटी‘‘ के वादों पर सवाल खड़े किए।
प्रमुख माँगें :–
- नियमितीकरण/संविलयन
- ग्रेड पे निर्धारण
- लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि
- पारदर्शी स्थानांतरण नीति
- मेडिकल सुविधा/अवकाश
- अनुकम्पा नियुक्ति
- पब्लिक हेल्थ कैडर गठन
- कार्य मूल्यांकन में पारदर्शिता
- नियमित भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण
- उचित स्थानांतरण नीति
सांसद राठिया ने मुख्यमंत्री को अनुशंसा पत्र लिखा, लेकिन दो वर्षों के संवाद और पत्राचार के बाद भी कोई ठोस परिणाम नहीं मिला। कर्मचारियों का धैर्य अब जवाब दे चुका है।
जिला अध्यक्ष शकुंतला एक्का का बयान
‘‘मोदी की गारंटी” का दम भरने वाले अब एन.एच.एम. कर्मियों की पुकार क्यों अनसुनी कर रहे हैं ? शासन की यह उदासीनता अस्वीकार्य है, और यह आंदोलन अब जन-आंदोलन की शक्ल लेने को तैयार है !
आंदोलन की रूपरेखा :–
- 10 जुलाईः विधायकों को ज्ञापन
- 11 जुलाईः भाजपा जिलाध्यक्षों को माँग-पत्र
- 12-16 जुलाईः कार्यस्थल पर काली पट्टी बाँधकर विरोध
- 16 जुलाईः रैली और जिला कलेक्टर को विशेष ज्ञापन
- 17 जुलाईः ‘‘रायपुर चलो‘‘ और विधानसभा घेराव
अन्य विभागों के समकक्ष समान सुविधाएँ संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी, प्रदेश महासचिव कौशलेश तिवारी, डॉ रविशंकर दीक्षित, पूरन दास हेमंत सिन्हा ने बताया कि पिछले दो वर्षों में शासन-प्रशासन से लगातार संवाद और पत्राचार किया गया, लेकिन कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया। अब संविदा कर्मियों का धैर्य जवाब दे चुका है। यह केवल चेतावनी नहीं, बल्कि समाधान की निर्णायक माँग है।
संघ के नेतृत्व में
डॉ. अमित कुमार मिरी (प्रदेश अध्यक्ष), कौशलेश तिवारी (प्रदेश महासचिव), डॉ. रविशंकर दीक्षित, पूरन दास, हेमंत सिन्हा, शकुंतला एक्का (जिलाध्यक्ष) सहित अन्य।
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