Education problum : बगैर जोड़ - घटाना के जीवन के गणित कैसे होगा समाधान गुरूजी ?

बालोद। शिक्षा किसी समाज में सदैव चलने वाली सोद्देश्य सामाजिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा मनुष्य की जन्मजात शक्तियों का विकास, उसके ज्ञान एवं कौशल में वृद्धि एवं व्यवहार में परिवर्तन किया जाता है और इस प्रकार उसे सभ्य, सुसंस्कृत एवं योग्य नागरिक बनाया जाता है। मनुष्य क्षण-प्रतिक्षण नए-नए अनुभव प्राप्त करता है व करवाता है, जिससे उसका दिन-प्रतिदन का व्यवहार प्रभावित होता है। उसका यह सीखना-सिखाना विभिन्न समूहों, उत्सवों, पत्र-पत्रिकाओं, रेडियो, टेलीविजन आदि से अनौपचारिक रूप से होता है। यही सीखना-सिखाना शिक्षा के व्यापक तथा विस्तृत रूप में आते हैं। 

संकुचित अर्थ में शिक्षा किसी समाज में एक निश्चित समय तथा निश्चित स्थानों (विद्यालय, महाविद्यालय) में सुनियोजित ढंग से चलने वाली एक सोद्देश्य सामाजिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा विद्यार्थी निश्चित पाठ्यक्रम को पढ़कर संबंधित परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना सीखता है, लेकिन जब यही शिक्षा हमारे बच्चों को पाठशाला में तमाम सुविधाओं के बावजूद नहीं मिल पा रही है हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का नारा देते हुए छत्तीसगढ़ राज्य में आत्मानंद स्कूल की आधार शिला को मजबूती से गाड़ने का प्रयास कर चुके है ऐसे में बालोद जिला के गुरूर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत डोटोपार जंहा के शासकिय मिडिल स्कूल के बच्चों को गणित विषय की पढ़ाई हेतू शिक्षक का महिनों से इंजतार करना पड़ रहा है। 

बताया जाता है कि उक्त स्कुल में शिक्षा विभाग ने जिस शिक्षक को पदस्थ किया है वह विगत कई महीनों से बच्चों को पढ़ाने हेतू स्कूल नहीं आया है जिसके चलते बच्चों को गणित विषय से संबंधित पढ़ाई पुरी नहीं हुई है जबकि साल खत्म होने की दौर में है तो वंही शाला समन्वयक प्रभू राम मंडावी की मानें तो सिर्फ वह ही अकेले नहीं हैं जो बच्चों को पढ़ा नहीं पा रहे है बल्कि गुरूर विकासखंड क्षेत्र के ज्यादातर शाला समन्वयक शिक्षक बच्चों को पढ़ा नहीं पा रहे है प्रभू राम मंडावी के अनुसार सरकार और शिक्षा विभाग उन्हें और उनके जैसे और शिक्षकों को कर्मचारी बना दिया है जबकि वह एक शिक्षक है और वह शिक्षा देना चाहते है ना कि अन्य कोई दूसरा कार्य। 

अमित मंडावी, पत्रकार

मामले में प्रचंड छत्तीसगढ़ बालोद ने तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी रश्मि वर्मा को जानकारी दिया गया था लेकिन रश्मि वर्मा को शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी देने के कुछ दिन बाद जिला शिक्षा अधिकारी बदल दी गई है।