कोंडागांव प्रशासन द्वारा एक जाति समवर्ग को विशेष लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिससे कर्मचारियों में नाराजगी है। शिक्षक दिवस के दिन जातिगत कारणों से भृत्य को साल श्रीफल भेंट कर जातिगत राजनीति का एक उदाहरण देखा गया, जो शिक्षकों के लिए अपमानजनक है।
इस संबंध में शिक्षकों ने कहा कि प्रशासन द्वारा जातिगत भेदभाव किया जा रहा है, जो शिक्षा के क्षेत्र में निंदनीय है। उन्होंने मांग किया कि प्रशासन को जातिगत राजनीति से ऊपर उठकर शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए।
अवगत हो कि, महेंद्रनाथ पांडे द्वारा अपने साला मनोज डडसेना को राज्यपाल पुरस्कार दिलाने और अपने गांव के शिक्षक गौतम राम पांडे को जिला स्तर पर पुरस्कृत कर अपने ही जाति विशेष को नियम विरुद्ध फायदा पहुंचाया जा रहा है। जांच कर उसके ऊपर तत्काल कारवाई किया जाना चाहिए और तो और एक भृत्य मोती दीवान को शिक्षक दिवस के दिन सम्मान समारोह में शाल–श्रीफल भेंट किया गया, यह शिक्षा जगत और शिक्षकों के सम्मान में कुठाराघात है। सर्व आदिवासी समाज इसका निंदा करता है और जिलाधीश से मिलकर कार्यवाही हेतु प्रस्ताव पारित किया जाता है।