लाखों का भ्रष्टाचार : नगर पंचायत मगरलोड में फर्नीचर खरीदी घोटाला।

 सूचना के अधिकार से जानकारी मिलने पर हुआ  खुलासा 


मगरलोड (धमतरी) जिला के नगर पंचायत मगरलोड भैंसमुंडी में वर्ष 2019-20 में 100 सेट बेंच टेबल का ऑर्डर महादेव ट्रेडर्स रायपुर से खरीदी के लिए जेम पोर्टल के माध्यम से पार्षद निधि से खरीदने रायपुर आर्डर दिया गया जिसे जनवरी 16 जनवरी 2020 को मगरलोड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 100 सेट प्रदान करने की जगह 50 सेट जिसमें 50 नग टेबल 50 नग बेंच वह भी गुणवत्ताहीन प्रदान कर 668720 रूपया मेंआदि सामग्री देकर लाखों रुपया का भ्रष्टाचार का खेल खेला गया सामान गुणवत्ता हीन  व आधी सामग्री मिलने के कारण    शासकीय उच्चतर  माध्यमिक विद्यालय मगरलोड कि साला विकास एवं प्रबंधन समिति के  अध्यक्ष ने इसकी लिखित शिकायत 27 जुलाई 2021 को मकान रोड दौरे पर पहुंचे कलेक्टर पी एस एलमा से किया लेकिन आज तक जांच नहीं होने के कारण आम नागरिकों में आक्रोश पनप रहा है। 

2 वर्ष पूर्व 668720 रकम देने के बाद भी आज तक नहीं पहुंचा पूर्ण सामग्री 

नगर पंचायत मगरलोड भैंसमुंडी द्वारा पूर्व सीएमओ लेखापाल एवं वर्तमान उप अभियंता श्याम पटनायक के द्वारा बिना सत्यापन व सामग्री की गुणवत्ता जांच की 2 दिसंबर 2019 को चेक क्रमांक139665 द्वारा 668720 रुपया का महादेव ट्रेडर्स रायपुर को भुगतान कर दिया गया जो दो साल से नगर पंचायत मगरलोड भैंसमुंडी में चर्चा का विषय आम जनता में बना हुआ है। सूचना के अधिकार से जानकारी प्राप्त करने के बाद कई बार जांच की मांग विभागीय अधिकारियों से किया गया, लेकिन भ्रष्टाचार को रोकने की अपेक्षा उन्हें दबाने का प्रयास नगर पंचायत मगरलोड की पूर्व सीएमओ लेखापाल एवं वर्तमान सब इंजीनियर श्याम पटनायक द्वारा किया गया वर्तमान सीएमओ द्वारा भी आज तक जांच में कोई दिलचस्पी नहीं लिया जा रहा है।

 पूर्व सीएमओ लेखापाल, वर्तमान सब इंजीनियर पर गबन का संदेह 

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मोहन चक्रधारी द्वारा इसकी शिकायत कई बार होने के बाद भी जांच तीव्र गति से नहीं किया जा रहा है। शासकीय चित्र माध्यमिक शाला प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों ने प्राप्त 50-50 नग टेबल बेंच की भौतिक सत्यापन कर तथा 50 सेट की राशि का बंदरबांट करने वाले दोषी अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर. करने की मांग की है, तथा 50 सेट टेबल बेंच की राशि लगभग 335000 रुपया का अप्राप्त बेंच टेबल की राशि को गबन करने वाले दोषी अधिकारी कर्मचारी से वसूली कर पद से बर्खास्त करने की आम जनता ने मांग की है। 


प्राप्त टेबल बेंच की भ्रष्टाचार होने की सुगबुगाहट शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मगरलोड के प्राचार्य सियाराम कुर्रे को होने पर उन्होंने इसकी जानकारी लिखित में उन्होंने 19 नवंबर 2020 को वर्तमान सीएमओ कमल सिंह चौहान को दिया है। लेकिन जांच आज तक नहीं किया गया। 

इस संबंध में मौखिक जानकारी लेने पर सीएमओ कमल सिंह चौहान ने बताया - "मेरा कार्यकाल का नहीं है। शिकायत हो गया है तो जांच किया जाएगा उच्च अधिकारी को इसकी जानकारी भेज दी गई है।"

अध्यक्ष नीतू खिलावन साहू - "मेरे कार्यकाल का खरीदी नहीं है। जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।"

उप अभियंता श्याम पटनायक - "ट्रेडर्स को पूरी रकम दे दी गई है स्कूल प्राचार्य जाने व ट्रेडर्स जाने जांच के लिए तैयार हूं।"

 शाला विकास प्रबंधन समिति ने की जांच की मांग 

शाला विकास एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मोहन चक्रधारी ने बताया इसकी शिकायत कई बार दी जा चुकी है, उसके बाद भी जांच नहीं की जा रही है। इससे लगता है कि लाखों रुपया का भ्रष्टाचार कर अधिकारी कर्मचारी गबन होने का संदेह लगता है। इसकी जांच होनी चाहिए और त्वरित  कार्यवाही अधिकारी कर्मचारी पर की जानी चाहिए, जिससे जनता की रकम का सही हिसाब हो इसकी जांच के लिए 8 सितंबर 2021 को फिर दिया गया है; लेकिन अब तक जांच की कार्रवाई जानबूझकर नहीं की जा रही है, जिससे शाला प्रबंधन विकास समिति के समस्त पदाधिकारियों में रोष व्याप्त है। 

प्राचार्य सिया राम कुर्रे - "मुझे 50 सेट टेबल बेंच 16 जनवरी 2020 को मिला है और बाकी कहां है; मुझे पता नहीं है ! जिसकी जानकारी में सीएमओ को 19 नवंबर 2020 को दे दिया हूं।"

धमतरी कलेक्टर पी० एस० एल्मा - " इसकी जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को 13 अगस्त 2021 पत्र प्रेषित किया है, लेकिन अब तक गुणवत्ताहीन सामग्री के साथ 50 सॆट अप्राप्त टेबल बेंच सामग्री की पूर्ण जांच नहीं हो पाया है; जो नगर पंचायत मगरलोड में चर्चा का विषय बना हुआ है।"

इस संबंध में विधायक प्रतिनिधि रवि कुमार निर्वाण ने जांचकर दोषी पाए जाने पर पूर्व सीएमओ लेखापाल एवं वर्तमान सब इंजीनियर पर कार्रवाई करते हुए गबन किए गए लाखों रुपयों की राशि को वापस नगर पंचायत में जमा करवाकर विकास कार्यों में खर्च की जाए शाला विकास एवं प्रबंधन समिति के सदस्य धर्मेंद्र बिन्झेकर सहित समस्त पदाधिकारियों ने भी निष्पक्ष जांच की मांग की है।

*टोमन लाल सिन्हा। 

पत्रकार