बालोद : महिला एवं बाल विकास मंत्रालय एवं चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से सृजन सामाजिक संस्था द्वारा देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की मदद् के लिए चाइल्ड लाइन टोल फ्री नम्बर 1098 परियोजना का संचालन किया जा रहा है, जिसके द्वारा जिला बाल संरक्षण ईकाई बालोद के अधिकारी, कर्मचारी के साथ मनो सामाजिक समर्थन (PSS) पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
चाइल्ड लाइन समन्वयक तरूण चन्द्राकाम ने स्टेकहोल्डर्स को बताया कि कोविड-19 महामारी के प्रकोप से पूरे देश में लाॅकडाउन कि स्थिति पैदा हुई जिससे समाज में बदलाव के साथ-साथ बच्चों के दिनचर्या में बदलाव आए जैसे बच्चो का घर पर रहना, दोस्तो से ना मिल पाना, स्कूल बंद होना, रिस्तेदार से ना मिल पाना जिससे बच्चो में घबराहट, तनाव पुर्ण महौल, चिन्ता, हताशा, चिड़चिड़ापन और निराशा उत्पन्न हुई जिससे बच्चो के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ा हैं जो बच्चों के विकास में बाधा पैदा करती है।
अमित मंडावी जिला प्रतिनिधि |
इस मुश्किल घड़ी से निकलने के लिए जिला बाल संरक्षण ईकाई बालोद में बच्चो के नकारात्मक सोच में बदलाव लाकर बच्चो के सकारात्मक रूप से विकास के लिए बच्चो को दो श्रेणी में विभाजित कर 6-10 वर्ष एवं 11-19 वर्ष बच्चो के लिए गतिविधि तैयार कर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम मेे जिला बाल संरक्षण अधिकारी नरेन्द्र साहू, कम्प्युटर आपरेटर योगेश कुमार, राकेश देवांगन सहित अन्य कार्मचारी उपस्थित थे। इस दौरान चाइल्ड लाइन से काउंसलर भामिनि साहू, टीम मेम्बर प्रतिमा मंडावी, सपना रामटेके, गिरधारी साहू, विविके श्रीवास्तव, गौतम गोरे, विनोद यादव उपस्थित थे।