politics : भाजपाइयों द्वारा जिला पंचायत मुख्यालय का घेराव।

बेमेतरा : जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता हीरालाल साहु के नेतृत्व में उपाध्यक्ष अजय तिवारी और भाजपा समर्थित सदस्यों के आह्वान पर भाजपा जिला बेमेतरा ने अभूतपूर्व ढंग से जिला पंचायत मुख्यालय का घेराव किया। पुलिस की जबरदस्त तैयारी भी भाजपाइयों को रोकने में नाकाम रही तथा प्रशासन पूरी तरह से लाचार नज़र आया।


गौरतलब है कि; बेमेतरा जिले में जिला पंचायत में भाजपा समर्थित सदस्यों का बहुमत है, लेकिन क्षेत्र में तीनों ही विधायक सत्ताधारी कांग्रेस के ही हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और वर्तमान में छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक कद्दावर मंत्री रविंद्र चौबे बेमेतरा से हैं तो संसदीय सचिव गुरुदयाल बंजारे भी नवागढ़ बेमेतरा का प्रतिनिधित्व करते हैं। बेमेतरा के युवा विधायक आशीष छाबड़ा हैं तो दूसरी ओर भाजपा ने अपनी तीनों ही सीट पिछले विधानसभा चुनाव में गंवा दिया था। उसके बाद भी हिसाब बराबर करते हुए लोकसभा चुनाव में तीनों ही क्षेत्र में निर्णायक बढ़त कर बीजेपी ने अपना खोया जनाधार वापस पा लिया है। इसका लाभ उनको स्थानीय निकाय और पंचायत चुनावों में भी मिला। जोड़ तोड़ कर नगरीय निकाय में कांग्रेस खरीद-फरोख्त कर सरकार बनवाने में सफल भले हो गई लेकिन अंकगणित में पीछे ही है।

दूसरी ओर भाजपा भी मैदानी संघर्ष में सत्ता न होते हुए भी दमदारी से जुटी हुई हैं। परिणामस्वरूप दोनों ही दलों के वर्चस्व के संघर्षों में प्रशासन को असमंजस में रहना पड़ता है। जिला पंचायत बेमेतरा का भी कुछ ऐसा ही हाल है। आठ छः के अनुपात में भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्यों ने बहुमत सिद्ध तो कर लिया पर सरकार में बैठे वरिष्ठ नेताओं के जिला पंचायत के कामकाज में अड़ंगेबाजी से सामान्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं। तीन साल से अधिक समय होने के बाद भी न तो जिला पंचायत अध्यक्ष को उनका आवास दिया गया और ना ही उनके लिए अच्छा वाहन उपलब्ध कराया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में उन्हें सुविधा जनक आवास और गरिमानुकूल वाहन के साथ अनेक सुविधाएं मुहैया कराने के प्रावधानों के बाद भी।

             महज खानापूर्ति ही की गई। वाहन के नाम पर खटारा टाटा सफारी कार और आवास के नाम पर टपकती हुई आधी अधूरी आवास ही मुहैया कराई गई थी। गाड़ी भी ऐसी थी कि जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सुविधा कम दुविधा ज्यादा थी। खटारा ऐसी थी कि कभी भी बीस किलोमीटर बिना बिगड़े नहीं चली। जैसे तैसे जिला अध्यक्ष ने उसको भी साल डेढ़ साल खींचा पर एक दिन तो ऐसी स्थिति आ गई कि जिला भरके भाजपा नेता उस कंडम गाड़ी को रस्सियों से खींच कर जिला पंचायत परिसर में लाकर खड़ा कर गये। लेकिन छोटे छोटे अधिकारियों को भी नया नया वाहन देने वाली सरकार अपने महिला जनप्रतिनिधि के लिए सम्मान जनक सुविधा जनक न तो आवास दे सकी न ही वाहन।

आक्रोशित सदस्यों ने पुलिस और प्रशासन को छकाते हुए मुख्यमंत्री स्थानीय पंचायत मंत्री और कांग्रेस के विधायकों का पुतला दहन भी किया।


गर्भवती होते हुए भी सीपेजयुक्त आवास और खटारा गाड़ी के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता हीरालाल साहु ने अपने दिन निकाले और तो और जिला पंचायत के माध्यम से विकास कार्यों के लिए उपलब्ध पंद्रहवें वित्त की राशि पर भी मंत्री विधायकों की नजर गड़ी हुई है, जबकि उक्त राशि को सदस्यों के अनुशंसा पर विभिन्न विकास कार्यों में खर्च करना है। 

प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस समर्थित जिला पंचायतों में जहां भाजपा समर्थित सदस्यों के साथ राशि बंटवारे पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया गया है। सत्ताधारी कांग्रेस समर्थित सदस्यों को अपेक्षाकृत ज्यादा राशि उपलब्ध कराई गई है वहीं पर बेमेतरा जिले में जिला पंचायत सदस्यों को बराबर मात्रा में राशि उपलब्ध कराने संबंधी जिला पंचायत के प्रस्ताव पर मंत्री विधायक को भी उक्त राशि में भागीदार बनाने संबंधी दबाव जिला प्रशासन द्वारा बनाए जाने की जानकारी सामने आई है जबकि अन्य जिलों में ऐसा नहीं हुआ है।

जिला पंचायत के सुत्रों के मुताबिक मंत्री विधायक उक्त राशि में भी अपने अनुशंसा पर कार्य कराना चाहते हैं। जिला पंचायत ही नहीं जनपद पंचायतों पर भी इस तरह का दबाव डालने की खबरें हैं। दबी जुबान से ही सही लेकिन प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस समर्थित सदस्यों को भी अपने मंत्री विधायक का अड़ियल रवैया खलता भी है और अपने अधिकार क्षेत्र के फंड में कांटामारी अखरता भी है। क्योंकि अपने अपने बड़े छेत्र में जन अपेक्षाओं को पूरा करने में यह फंड ही मददगार साबित होता है जिससे क्षेत्र में उनकी निरंतर सक्रियता और लोकप्रियता बनी रहती है। मंत्री विधायक के अपने कोटे के अलग से करोड़ों रुपए होते हैं पर जिला पंचायत सदस्य भी बहुत बड़े क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसको देखते हुए यह रकम भी वैसे ही कम है और उसमें भी सत्ता सरकार के खजाने पर बेठे मंत्री विधायक की दखल उनके हितों पर कुठाराघात हो रही हैं। इसी रस्साकसी में विगत वर्ष में भी अपेक्षित काम नहीं हो पाए है। इन्हीं सब कारणों को लेकर जिला बेमेतरा भाजपा ने सीधा जिला पंचायत में हमला बोला और अधिकारियों को चेतावनी देते हुए अपनी बात भी रखी।


 भाजपा के उग्र प्रदर्शन से भौंचक्का जिला पंचायत प्रशासन द्वारा मान मनौव्वल भी करने की बात सामने आई है और पंद्रह दिन के डेडलाइन्स में अपेक्षित सुधार की बात कही गई है। संपूर्ण लावलश्कर के साथ पहुंचे भाजपाइयों में पूर्व मंत्री दयालदास बघेल पूर्व संसदीय सचिव लाभचंद बाफना पूर्व विधायक व प्रदेश मंत्री अवधेश चंदेल के साथ भाजपा के बेमेतरा जिले के अध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी समेत जिलेभर के तमाम बड़े नेता पहुंचे थे। जिला पंचायत सदस्यों में अध्यक्ष श्रीमती सुनीता हीरालाल साहु उपाध्यक्ष अजय तिवारी सभापति अंजय बघेल सभापति राहुल टिकरिहा सभापति पुष्पा टंकेश साहु सभापति गोवेंद्र पटेल सभापति बिंदिया मिरे समेत भाजपा के तीनों विधानसभा छेत्र से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता नेता उपस्थित रहे।