गुरुर (बालोद)। विद्द्युत विभाग बालोद का एक आश्चर्यचकित कर देने वाला मामला उजागर हुआ है। गुरूर विकासखंड क्षेत्र के खैरवाही निवासी रेखराम की बिजली आपूर्ति मीटर कनेक्शन Power Supply इसलिए काट दिया गया है क्योंकि उसके द्वारा बिजली का बिल नहीं जमा नहीं किया जा सका है। बता दें कि उपभोक्ता रेखराम कलार बीपीएल कार्ड धारक है और उसके घर पर इसी के आधार पर विद्युत कनेक्शन दिया गया था। अब आप यह भी जान-समझ ले कि विद्युत विभाग एक आम उपभोक्ता को किस तरह से परेशान करता हैं।
चूँकि यह विभाग सरकार के नियंत्रण में हैं और इस विभाग को लूट की खुली छूट मिली हुई है, तो अवगत होवें कि, समूचे गुरूर विकासखंड क्षेत्र में 33 सरकारी दफ्तर है जिनका; एक जानकारी के मुताबिक २६ करोड़ रुपया बकाया है जिसे वसूलने में इनके नाकाबिल अधिकारीयों एवं कर्मचारियों को लकवा मार दिया है और एक गरीब ग्रामीण को लगभग २६ हजार (25794/-) का बिजली का बिल थमा दिया गया है ! गरीबी और बेरोजगारी के चलते रेखराम कलार 25794 रुपया की बिजली का बिल जमा नही कर सकता है और ना ही वह इतनी ज्यादा रुपए की विद्युत का उपयोग नहीं कर सकता है।
अंदाजा लगाइए कि, विद्द्युत विभाग बालोद की नजर में 26 करोड़ रूपए के मुकाबले 26 हजार कहीं ज्यादा मायने रखता होगा / है ! जिसके चलते विभाग के दबंगों ने रंगदारी दिखाते हुए गरीब परिवार को रौशनी से महरुम कर दिया।
चलो मान भी लिया जाए कि रेखराम ने इतना ज्यादा विद्युत खपत कर भी लिया होगा और मार्च क्लोजिंग की आड़ में उसे इतनी ज्यादा रकम नहीं दिए जाने की वजह से उसके घर-परिवार पर अँधेरा कायम कर दिया गया हो लेकिन क्या ये मार्च का महीना सिर्फ मध्यम अथवा गरीब लोगों के लिए ही होता है ? विद्युत विभाग बालोद के आला अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए जा सकते है।
दरअसल मामला यह है कि रेखराम कलार निवासी खैरवाही एवं कन्हारपुरी इनके दोनों घरों की विद्युत मीटर कनेक्शन को जिस पर विभाग ने कार्रवाई किया है, बताया जाता है कि; कुछ माह पहले ग्राम पंचायत कन्हारपुरी, गुरूर में गांव की आम जनता को शुद्ध पेयजल आपूर्ति व्यवस्था हेतु पानी टंकी का निर्माण कार्य किया जा रहा था, उसी दरमियान निर्माण कार्य से जुड़े ठेकादार को प्रताड़ित करने हेतु सत्ता धारी पार्टी के किसी सफेदपोश नेता ने विभाग के अधिकारियों पर दबाव बनाया जिसके बाद में अधिकारियों ने रेखराम कलार पर विद्युत चोरी का मामला दर्ज करते हुए उनके नाम मोटी चालानी कार्यवाही करते हुए अपना शिकार बनाया गया था।
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उक्त मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के नीजी सचिव आशिष वर्मा ने गंभीरता दिखाते हुए उस वक्त फोन पर विद्युत विभाग के अधिकारियों की खबर ली थी जिसके बाद भी विभाग के अधिकारियों ने गरीब किसान रेखराम कलार की दो गांव की विद्युत मीटर कनेक्शन को काट दिया है। मामले से संबंधित जानकारी हेतू विद्युत विभाग के एई पीवी राजेश कुमार को कई बार फोन किया गया, लेकिन हमारी अभी तक उनसे बात नहीं हो पाया है।