स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के आदेश का असर।स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा आधा दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर में ताबड़तोड़ जांच व कार्यवाही।

योगेंद्र प्रताप सिंह 

कोरिया 4 जनवरी 2024। प्रदेश के नवनियुक्त स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा मंत्री शयाम बिहारी जायसवाल के निर्देश का असर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में देखने को मिली है। 

बता दें विगत दिनों स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने रायपुर में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की बैठक लेकर प्रतिबन्ध दवाइयों का रोकथाम करने, विक्रय करने वाले मेडिकल स्टोर्स पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।

इसी कड़ी में कोरिया जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने भी मंगलवार को समय-सीमा की बैठक में प्रतिबन्ध दवाइयों के रोकथाम के लिए ड्रग अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।

बुधवार को खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बैकुंठपुर के महामाया मेडिकल स्टोर्स, जय श्री राम मेडिकल स्टोर्स, गायत्री मेडिकल स्टोर एंड एजेंसीस, उत्तम फार्मा, संजीवनी मेडिकल स्टोर्स, शुक्ला मेडिकल स्टोर्स, लक्ष्मी मेडिकल स्टोर्स एवं जयश्री मेडिकल स्टोर्स में छापेमारी की कार्यवाही की थी।

खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों ने जानकारी दी कि प्रतिबंधित व नशीली दवाइयां, डॉक्टर की बिना पर्ची बेचे जाने वाले दर्द निवारक व गर्भपात की दवाइयाँ बेचे जाने की शिकायत व सूचना के आधार पर शहर के करीब आठ मेडिकल स्टोर्स की आकस्मिक जांच- पड़ताल की गई।

निरिक्षण के दौरान महामाया मेडिकल स्टोर्स, बैकुंठपुर में पंजीकृत फार्मासिस्ट अनुपस्थित होने के कारण आगामी आदेश तक उक्त दवाई दुकान में क्रय - विक्रय बंद करते हुए सम्पूर्ण फर्म को बंद कराया गया है।

निरीक्षण के दौरान कुछ अन्य दवाई दुकान में अनियमिताएं पाई गई है, सम्बंधित फर्म को स्पष्टीकरण देने हेतु पत्र जारी किया गया।

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने विगत दिनों अधिकारियों से कहा है कि किसी भी हालत में कालातीत व प्रतिबन्ध दवाई, सिरप आदि बिकने पर कड़ी कार्यवाही की जाए। इस तरह की अवैध धंधे को बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जायसवाल ने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले पर कड़ी निगरानी रखने तथा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए हैं।

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की जांच जिले में निरंतर जारी रहेगी और अनियमितता पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी।