कलेक्टर ने ली महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त बैठक। योजनांतर्गत अभियान चलाकर हितग्राहियों को करें लांभाविंत...कलेक्टर


राजेश कूमार साहू 

मनेन्द्रगढ़/07 दिसम्बर 2023/ कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी नरेन्द्र कुमार दुगा ने महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में मुख्य रूप से विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की गयी। प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना की कम प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हूए उपस्थित अधिकारियों, पर्यवेक्षको को कहा गया कि योजनांतर्गत अभियान चला कर लक्षित हितग्राहियों को लाभाविंत करते हुए लक्ष्य कि पूर्ति करना सुनिश्चित करें। उपस्थित पर्यपेक्षकों द्वारा साफ्टवेयर की समस्या बताई गई तो कलेक्टर द्वारा कहा गया कि समय पर इसका सामाधान क्यों नहीं किया गया जो पर्यवेक्षक प्रशिक्षित एवं अपनी एंट्री कर पा रही है, उनसे शेष परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षको, आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टेªनिंग करा कर पंजीयन एवं हितग्राहियो को भुगतान सुनिश्चित किया जाये। उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया कि समन्वय के साथ मातृवंदना योजना के क्रियान्वयन हेतु समय पर एम.सी.पी. कार्ड एवं आईडी नम्बर उपलब्ध कराया जाये एवं कार्ड पर सभी आवश्यक जानकारियां भी दर्ज करना सुनिश्चत करें।

उपस्थित परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक गहन निरीक्षण कर आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुधार करना सुनिश्चित करें। जिसमें निर्धारित समय पर केन्द्र खुलना एवं बंद होना, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान, बच्चों की उपस्थिति, अन्य विभाग से समन्वय कर केन्द्र को दुरूस्त किया जाये। यह भी सुनिश्चित करें कि जहॉ बालबाड़ी केन्द्र खुले है वहॉ 5 से 6 वर्ष के बच्चों को पढ़ने भेजे यह प्री-प्राइमरी स्कूल स्वरूप है। वहॉ बच्चों को भेजने हेतु निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 4 महीनों में आगनबाड़ी केन्द्रांे का स्वरूप सुन्दर आकर्षक लगे। इस हेतु कार्यकताओं की मोटीवेंशनल क्लास लेकर उन्हें प्रोत्साहित करें। 

समस्त आगनबाड़ी केन्द्रों में एक निर्धारित तिथि तय कर एक दिन स्वच्छता अभियान चलाकर साफ-सफाई करें। बच्चों की उपस्थिति कम होने पर पर्यवेक्षक, आगंनबाड़ी कार्यकर्ता सयुक्त गृह भेंट कर पालकों को समझाईश एवं प्रोत्साहन का कार्य करें। जिससे आंगनबाड़ी एवं बालबाड़ी में बच्चों उपस्थिति में व्यापक वृद्धि हो सके। प्रत्येक सेक्टर में कम से कम 5 मॉडल आंगनबाड़ी बनाए केन्द्र की कमियों को कम करते हुए समाप्त करें। पोषण, टेªकर एप में एंट्री नही होने के कारण नाराजगी जाहिर करते हुए कहा गया कि जो भी कार्यकर्ता लापरवाही करती है उन्हें नोटिस जारी करें तथा संतोषप्रद सुधार नहीं होने पर अनुुशासनात्मक कार्यावाही करने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि पोषण ऐप्प मोबाईल फोन आधारित एप्लीकेशन है, जो आंगनबाड़ी केन्द्र के रिपोर्टिंग को डिजिटल प्लेटफार्म प्रदान करता है। यह ऐप्प त्वरित निर्णय व प्रबंधन के लिए एक बेहतर टुल का कार्य करता है। इस एप्प के माध्यम से आनलाईन आंगनबाड़ी का सहयोगात्मक परिवेक्षण कार्य संपादित किए जा सकते है। यह एप्प आंगनबाड़ी केन्द्र द्वारा संधारित पंजी के स्थान पर डिजिटल रिकार्ड का काम करता है। इस एप्प के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को संधारित किए जाने वाले 11 प्रकार की पंजियों जैसे परिवार विवरण पंजी, पूरक पोषण आहार स्टाक पंजी, पूरक पोषण आहार, वितरण आहार, शिक्षा पंजी, गृह भेट पंजी आदि एवं मासिक प्रगति प्रतिवेदन से छुटकारा मिलेगा। पोषण टेªकर ऐप्प के माध्यम से आंगनबाड़ी के हितग्राहियों का नाम डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेगा। इसके उपयोग से आंगनबाड़़ी केन्द्रों की सेवा गुणवत्ता और समय की निगरानी संभव हो पायेगी। जिससे आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की दक्षता और प्रभावशीलता में सुधार आएगा। इसके लिए मास्टर ट्रेनर के माध्यम से समस्त कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण आयोजन करने के निर्देश दिये।

एनिमिया मुक्त जिला- एम.सी.बी. में एक अभियान चला कर स्वास्थ्य विभाग आई.सी.डी.एस. पंचायत एव ग्रामीण विकास विभाग समन्वित होकर समस्त केन्द्रों में 15 से 49 वर्ष की सभी महिलाओं को चिन्हाकित कर लक्ष्य निर्धारित करें। यह कार्य महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग 15 दिवस के भीतर करना सुनिश्चित करेगें तथा एक कार्ययोजना बना कर निर्धारित समय में समस्त लक्षित महिलाओं की एनिमिया की जॉच कराई जा रही है।